“दुनिया का मुझसे क्या?? चलता हु अपने धुन!! करना जो कहे मन!! सवाल ना पुछो, दुनिया का मुझसे क्या?? सब यहा झुट!! सब कहे मेरी सुन!! अरे तु मेरी सुन, दुनिया का मुझसे क्या?? भगवान की प्यारी, ये सारी दुनियाँ हमारी!! बिगड गई दुनियादारी!! भगवान भी कहे अब, दुनिया का मुझसे क्या??” -योगेश
दुनिया का मुझसे क्या || DUNIYA || HINDI POEMS ||
