१) ॐ केतवे नमः
२) ॐ स्थूल शिरसे नमः
३) ॐ शिरोमात्राय नमः
४) ॐ ध्वजा कृतये नमः
५) ॐ नवग्रहयुताय नमः
६) ॐ सिंहिकासुरी गर्भ संभवाय नमः
७) ॐ महाभीतिकराय नमः
८) ॐ चित्रवर्णाय नमः
९) ॐ श्री पिंगळाक्षकाय नमः
१०) ॐ फुल्ल धूम्र संकाषाय नमः
११) ॐ तीक्ष्ण दंष्ट्राय नमः
१२) ॐ महोदराय नमः
१३) ॐ रक्तनेत्राय नमः
१४) ॐ चित्रकारिणे नमः
१५) ॐ तीव्रकोपाय नमः
१६) ॐ महासुराय नमः
१७) ॐ क्रूरकण्ठाय नमः
१८) ॐ क्रोधनिधये नमः
१९) ॐ छायाग्रह विशेषकाय नमः
२०) ॐ अन्त्यग्रहाय नमः
२१) ॐ महाशीर्षाय नमः
२२) ॐ सूर्यारये नमः
२३) ॐ पुष्पवद् ग्राहिणे नमः
२४) ॐ वरहस्ताय नमः
२५) ॐ गदापाणये नमः
२६) ॐ चित्रवस्त्रधराय नमः
२७) ॐ चित्रध्वज पताकाय नमः
२८) ॐ घोराय नमः
२९) ॐ चित्ररथाय नमः
३०) ॐ शिखिने नमः
३१) ॐ कुळुत्थ भक्षकाय नमः
३२) ॐ वैडूर्याभरणाय नमः
३३) ॐ उत्पात जनकाय नमः
३४) ॐ शुक्रमित्राय नमः
३५) ॐ मंदसखाय नमः
३६) ॐ गदाधराय नमः
३७) ॐ नाकपतये नमः
३८) ॐ अंतर्वेदीश्र्वराय नमः
३९) ॐ जैमिनि गोत्रजाय नमः
४०) ॐ चित्रगुप्तात्मने नमः
४१) ॐ दक्षिणामुखाय नमः
४२) ॐ मुकुंदवर पात्राय नमः
४३) ॐ महासुर कुलोद्भवाय नमः
४४) ॐ घनवर्णाय नमः
४५) ॐ लंबदेवाय नमः
४६) ॐ मृत्युपुत्राय नमः
४७) ॐ उत्पातरुप धारिणे नमः
४८) ॐ अदृश्याय नमः
४९) ॐ कालाग्नि सन्निभाय नमः
५०) ॐ नृपीडाय नमः
५१) ॐ ग्रहकारिणे नमः
५२) ॐ सर्वोपद्रव कारकाय नमः
५३) ॐ चित्रप्रसूताय नमः
५४) ॐ अनलाय नमः
५५) ॐ सर्वव्याधि विनाशकाय नमः
५६) ॐ अपसव्य प्रचारिणे नमः
५७) ॐ नवमे पापदायकाय नमः
५८) ॐ पंचमे शोकदाय नमः
५९) ॐ उपराग खेचराय नमः
६०) ॐ अतिपुरुष कर्मणे नमः
६१) ॐ तुरीये सुखप्रदाय नमः
६२) ॐ तृतीये वैरदाय नमः
६३) ॐ पापग्रहाय नमः
६४) ॐ स्फोटक कारकाय नमः
६५) ॐ प्राणनाथाय नमः
६६) ॐ पंचमे श्रमकारकाय नमः
६७) ॐ द्वितीयेऽस्फुट वग्दात्रे नमः
६८) ॐ विषाकुलित वक्त्राय नमः
६९) ॐ कामरुपिणे नमः
७०) ॐ सिंहदंताय नमः
७१) ॐ कुशेध्म प्रियाय नमः
७२) ॐ चतुर्थे मातृनाशाय नमः
७३) ॐ नवमे पितृनाशकाय नमः
७४) ॐ अन्त्ये वैरप्रदाय नमः
७५) ॐ सुतानंदन्निधनकाय नमः
७६) ॐ सर्पाक्षिजाताय नमः
७७) ॐ अनंगाय नमः
७८) ॐ कर्मराश्युद्भवाय नमः
७९) ॐ उपांते कीर्तिदाय नमः
८०) ॐ सप्तमे कलहप्रदाय नमः
८१) ॐ अष्टमे व्याधिकर्त्रे नमः
८२) ॐ धने बहुसुख प्रदाय नमः
८३) ॐ जनने रोगदाय नमः
८४) ॐ ऊर्ध्वमूर्धजाय नमः
८५) ॐ ग्रहनायकाय नमः
८६) ॐ पापदृष्टये नमः
८७) ॐ खेचराय नमः
८८) ॐ शांभवाय नमः
८९) अशेषपूजिताय नमः
९०) ॐ शाश्र्वताय नमः
९१) ॐ नटाय नमः
९२) ॐ शुभाशुभ फलप्रदाय नमः
९३) ॐ धूम्राय नमः
९४) ॐ सुधापायिने नमः
९५) ॐ अजिताय नमः
९६) ॐ भक्रवत्सलाय नमः
९७) ॐ सिंहासनाय नमः
९८) ॐ केतुमूर्तये नमः
९९) ॐ रवींदुद्युति नाशकाय नमः
१००) ॐ अमराय नमः
१०१) ॐ पीडकाय नमः
१०२) ॐ अमर्त्याय नमः
१०३) ॐ विष्णुदृष्टाय नमः
१०४) ॐ असुरेश्र्वराय नमः
१०५) ॐ भक्तरक्षाय नमः
१०६) ॐ वैचित्र्य कपटस्यंदाय नमः
१०७) ॐ विचित्रफलदायिने नमः
१०८) भक्ताभीष्ट फलप्रदाय नमः
॥ इति केतु अष्टोत्तर शतनामावली संपूर्णा ॥